Neemuch News : मध्य प्रदेश के नीमच जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जहां जावद विधानसभा क्षेत्र सौर ऊर्जा उत्पादन का प्रमुख केंद्र बन गया है। देश की नामी कंपनियों के 2500 करोड़ रुपये का निवेश किया है। जिससे यहां स्थापित सौर ऊर्जा परियोजनाओं से बड़े पैमाने पर बिजली उत्पादन हो रहा है। इस बिजली से मुंबई सहित अन्य प्रमुख शहरों की ट्रेनों को संचालित किया जा रहा है।
जावद में, से उत्पन्न बिजली का उपयोग पश्चिम रेलवे की कई ट्रेनों को चलाने में किया जा रहा है। मुंबई सेंट्रल, वडोदरा, रतलाम, अहमदाबाद, राजकोट और भावनगर जैसी जगहों पर ट्रेनें नीमच में उत्पन्न सौर ऊर्जा से संचालित हो रही हैं।
यह भी पढ़ें : कटरा से कश्मीर के लिए पहली वंदे भारत ट्रेन 19 अप्रैल को होगी लॉन्च, PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडीकुल उत्पादन क्षमता 400 मेगावाट
कुल उत्पादन क्षमता 400 मेगावाटवर्तमान की बात करें तो जिले में सात सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित हो चुके हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 400 मेगावाट है। अगले साल तक यह क्षमता बढ़कर 750 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना है, जिससे मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा उत्पादन में नीमच पहले स्थान पर आ जाएगा। बता दें कि जावद क्षेत्र में पहला सौर ऊर्जा संयंत्र 2014 में भगवानपुरा डीकेन में स्थापित हुआ था, जिसकी आधारशिला तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। इसके बाद कई सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित हुईं।
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बता दें कि सिंगोली क्षेत्र की यूनिट से 330 मेगावाट, डीकेन और पाडलिया से 130 मेगावाट, सूठोली से 25 मेगावाट और हतुनिया से 40 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। आने वाले महीनों में भोपाल नगर निगम को भी यहां से बिजली आपूर्ति की जाएगी। जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा के अनुसार, पश्चिम रेलवे के साथ-साथ अन्य बिजली कंपनियों को भी यहां से ऊर्जा उपलब्ध कराई जा रही है।
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