भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक, एचडीएफसी बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4 FY25) के नतीजे घोषित कर दिए हैं। बैंक ने 6.68 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ₹17,616.14 करोड़ का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में ₹16,511.85 करोड़ था।
जनवरी से मार्च 2025 की तिमाही में एचडीएफसी बैंक की ब्याज से आय ₹77,460 करोड़ रही, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹71,473 करोड़ थी। बैंक की कुल आय ₹89,488 करोड़ रही, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह ₹89,639 करोड़ थी।
डिविडेंड की घोषणा
बैंक के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्रति शेयर ₹22 का डिविडेंड घोषित किया है। इस लाभांश के लिए पात्र शेयरधारकों की रिकॉर्ड तिथि 27 जून 2025 तय की गई है।
एनपीए में हल्की बढ़ोतरी
बैंक की संपत्ति गुणवत्ता में थोड़ी गिरावट देखी गई है। सकल एनपीए मार्च 2025 के अंत तक बढ़कर 1.33 प्रतिशत हो गया, जो पिछले साल 1.24 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए भी बढ़कर 0.43 प्रतिशत हो गया, जबकि पिछले वर्ष यह 0.33 प्रतिशत था।
संघटित आधार पर लाभ में वृद्धि
बैंक का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 6.8 प्रतिशत बढ़कर ₹18,835 करोड़ हो गया है, जबकि पिछले वर्ष यह ₹17,622 करोड़ था। बैंक का कुल बैलेंस शीट साइज ₹39.10 लाख करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष ₹36.17 लाख करोड़ था।
कैपिटल एडिक्वेसी अनुपात और शेयर मूल्य
बेसल III मानदंडों के अनुसार बैंक का कैपिटल एडिक्वेसी अनुपात (CAR) 31 मार्च 2025 को 19.6 प्रतिशत रहा। शेयर बाजार में बैंक के शेयरों में गुरुवार को 1.53 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई और यह ₹1,906.55 पर बंद हुए।
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