मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुमाया इंडस्ट्रीज लिमिटेड और डेंटसु कम्युनिकेशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े 137 करोड़ रुपये के कथित वित्तीय धोखाधड़ी की जांच के तहत 10 दिसंबर को मुंबई, दिल्ली और गुड़गांव में 19 स्थानों पर तलाशी ली।
यह भी पढ़ें : कॉनकोर के सीएमडी श्री संजय स्वरूप ने ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड का दौरा, साझेदारी को मजबूत करने पर दिया जोरएजेंसी ने गुरुवार को बताया कि छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की गई और इसके परिणामस्वरूप 46 लाख रुपये नकद, 4 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा और 3.4 करोड़ रुपये मूल्य की सोने की छड़ें जब्त की गईं।
अधिकारियों ने तलाशी अभियान के दौरान संपत्ति लेनदेन और डिजिटल उपकरणों से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए, जो कथित धन शोधन और वित्तीय गबन की चल रही जांच का हिस्सा हैं।
यह भी पढ़ें : मिनिरत्न पीएसयू मोइल के शेयरों में 24% तक की बढ़ोतरी, एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग द्वारा लक्ष्य मूल्य यहां दिया गया हैयह जांच वर्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर से शुरू हुई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि मेसर्स डेंटसु कम्युनिकेशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स सुमाया इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इसके प्रमोटरों ने 137 करोड़ रुपये की हेराफेरी की है। कथित तौर पर हरियाणा सरकार से जुड़े एक काल्पनिक “नीड टू फीड” कार्यक्रम को बढ़ावा देने की आड़ में धन का दुरुपयोग किया गया। ईडी की जांच के अनुसार, हरियाणा सरकार के कृषि उत्पादों की आपूर्ति के लिए “नीड टू फीड” कार्यक्रम के लिए कृषि उत्पादों की आपूर्ति के बहाने एनबीएफसी से धोखाधड़ी से व्यापार वित्तपोषण हासिल किया गया था। आरोपियों ने सरकार से कोई अनुबंध हासिल नहीं किया और ऐसा कोई कार्यक्रम कभी अस्तित्व में नहीं था।
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