प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए भारतीय रेलवे ने 137 विशेष ट्रेनें शुरू की हैं।
ये अतिरिक्त सेवाएं शहर में चलने वाली 349 नियमित ट्रेनों का पूरक हैं, जिसके चलते पहले दो दिनों में प्रयागराज स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों की कुल संख्या 15.6 लाख से अधिक हो गई।
विशेष ट्रेनों में लंबी दूरी की सेवाएं और चित्रकूट, अयोध्या और वाराणसी जैसे आस-पास के मंदिर शहरों को जोड़ने वाली रिंग रेल सेवाएं शामिल हैं। 46 दिवसीय महाकुंभ के दौरान, भारतीय रेलवे 13,100 से अधिक ट्रेनें चलाने की योजना बना रहा है, जिसमें 10,000 से अधिक नियमित और लगभग 3,100 विशेष सेवाएं शामिल हैं।
पिछले कुंभ मेले के दौरान विशेष ट्रेनों की संख्या 4.5 गुना अधिक बताई जा रही है।
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नए शौचालय, उन्नत प्रतीक्षालय और लाउंज, तथा पेयजल और भोजन की व्यवस्था भी लागू की गई है।
व्हीलचेयर, लगेज ट्रॉली, होटल और टैक्सी बुकिंग, शिशु दूध और दवाइयों जैसी सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयागराज जंक्शन और प्रयागराज छिवकी में यात्री सुविधा केंद्र शुरू किए गए हैं।
सुरक्षा उपायों को और कड़ा कर दिया गया है, प्रयागराज क्षेत्र के नौ स्टेशनों पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के 3,200 सहित लगभग 5,900 कर्मियों को तैनात किया गया है। कुल 1,186 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें से 116 फेस रिकग्निशन सिस्टम वाले हैं।
स्टेशनों तक पहुँचने वाली सड़कों पर ट्रैक निगरानी और भीड़ की निगरानी के लिए पहली बार ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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