पावर ग्रिड दो अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन परियोजनाओं के लिए टीबीसीबी के तहत सफल बोलीदाता बना

Tue , 07 Jan 2025, 6:54 am UTC
पावर ग्रिड दो अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन परियोजनाओं के लिए टीबीसीबी के तहत सफल बोलीदाता बना

सरकारी कंपनी पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावर ग्रिड) ने घोषणा की है कि उसे टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) प्रक्रिया के माध्यम से दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए सफल बोलियां मिली हैं।

इन परियोजनाओं का उद्देश्य भारत की अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन प्रणाली को बढ़ाना है। बिल्ड, ओन, ऑपरेट और ट्रांसफर (बीओओटी) मॉडल के तहत निष्पादित की जाने वाली परियोजनाओं में गुजरात और कर्नाटक में सबस्टेशनों के प्रमुख अपग्रेड शामिल हैं।

पहली परियोजना केपीएस1 और केपीएस2 (चरण-V, भाग B1 और B2) में परिवर्तन क्षमता को बढ़ाएगी, जो गुजरात में निर्माणाधीन हैं। पहली परियोजना में बीदर पीएस में परिवर्तन क्षमता को बढ़ाना शामिल होगा।

इसमें कर्नाटक के एक सबस्टेशन पर 3x500 एमवीए, 400/220 केवी आईसीटी और 1x1500 एमवीए, 765/400 केवी आईसीटी स्थापित करना शामिल है।

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कंपनी को 6 जनवरी, 2025 को दोनों परियोजनाओं के लिए आशय पत्र (LoI) प्राप्त हुआ है। यह विकास देश के बिजली पारेषण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के कंपनी के प्रयासों का हिस्सा है।

गुरुग्राम में मुख्यालय वाली यह इलेक्ट्रिक यूटिलिटी फर्म देश भर में बिजली के संचरण के लिए जिम्मेदार है। पावर ग्रिड नेशनल ग्रिड का संचालन और रखरखाव करता है, जो आपूर्तिकर्ताओं से उपभोक्ताओं तक बिजली पहुंचाने के लिए आपस में जुड़ा नेटवर्क है।

कंपनी अंतरराज्यीय पारेषण प्रणालियों के निर्माण और संचालन में भी शामिल है और पारेषण क्षेत्र में परामर्श सेवाएं प्रदान करती है। सोमवार को बीएसई पर पावर ग्रिड के शेयर 3% गिरकर 306.60 रुपये पर बंद हुए।

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पीएसयू समाचार
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