सरकारी कंपनी एनटीपीसी ने सोमवार को भारतीय सेना के साथ चुशुल (लद्दाख) में सौर-हाइड्रोजन आधारित माइक्रोग्रिड से 25 वर्षों के लिए 200 किलोवाट आरई-आरटीसी बिजली की बिक्री के लिए बिजली खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते पर एनटीपीसी-हाइड्रोजन के सीजीएम डीएमआर पांडा और लेह के ब्रिगेडियर और मुख्य अभियंता (भारतीय सेना) आदित्य हर्षे ने हस्ताक्षर किए।
सौर-हाइड्रोजन आधारित माइक्रोग्रिड सेना के मौजूदा डीजल जेनसेट्स को बदलने का समाधान पेश करेगा, जिससे जीवाश्म ईंधन रसद व्यवस्था से बचा जा सकेगा और प्रति वर्ष 1500 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में बचत होगी। हाइड्रोजन आधारित ऑफ-ग्रिड माइक्रोग्रिड परियोजना 4,400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और सर्दियों में तापमान -30 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है
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