नई दिल्ली : एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल) की सहायक कंपनी एनटीपीसी आरईएल ने 7 जनवरी 2025 को गांधीधाम, गुजरात में दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी (डीपीए) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
यह सहयोग कांडला पोर्ट पर हरित ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है, जिसमें हरित हाइड्रोजन गतिशीलता परियोजनाओं पर विशेष जोर दिया गया है।
एनटीपीसी आरईएल के जीएम श्री अनुज सिंह और डीपीए के सीएमई श्री आर रेड्डी के बीच केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल, विधायक सुश्री मालतीबेन माहेश्वरी और दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया।
यह भी पढ़ें : वेस्टर्न कोलफील्ड्स की टीम अब असम कोयला खदान दुर्घटना के बचाव अभियान में शामिलइस पहल के तहत, एनजीईएल कांडला पोर्ट पर एक ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन स्थापित करेगा, साथ ही छोटी दूरी के संचालन के लिए 11 हाइड्रोजन-संचालित बसें भी तैनात करेगा। इस परियोजना का उद्देश्य जीवाश्म ईंधन बसों को स्वच्छ और टिकाऊ विकल्पों से बदलना है, जो डीकार्बोनाइजेशन और ऊर्जा सुरक्षा में योगदान देगा।
एनटीपीसी ने सूरत, गुजरात में अपनी ग्रीन हाइड्रोजन ब्लेंडिंग परियोजना के साथ पहले ही सफलता का प्रदर्शन किया है, और लेह, लद्दाख, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश और भुवनेश्वर, ओडिशा में इसी तरह की गतिशीलता पहल शुरू की है। इसके अलावा, एनटीपीसी विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में एक ग्रीन हाइड्रोजन हब विकसित कर रहा है, और ऊर्जा भंडारण समाधानों को एकीकृत करते हुए 2032 तक 60 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य बना रहा है।
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