भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) ने आज नई दिल्ली में अपने कॉर्पोरेट कार्यालय में एक जागरूकता सत्र और नि-क्षय शिविर (स्क्रीनिंग कैंप) आयोजित किया।
यह आयोजन भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए टीबी उन्मूलन पर 100-दिवसीय सघन अभियान के हिस्से के रूप में किया गया। इस सत्र का उद्देश्य संविदा कर्मचारियों सहित इरेडा कर्मचारियों को टीबी की रोकथाम, शीघ्र निदान और साइलेंट टीबी संक्रमण के उपचार के लाभों के बारे में शिक्षित करना था। नि-क्षय शिविर में समय पर चिकित्सा हस्तक्षेप को प्रोत्साहित करने के लिए ऑन-साइट स्क्रीनिंग और परामर्श प्रदान किया गया।
यह भी पढ़ें : रेल विकास निगम लिमिटेड का तिमाही मुनाफा 13.1% गिरकर ₹311.6 करोड़ हुआ, शेयर 5% गिरास्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के टीबी डिवीजन की एक टीम ने स्क्रीनिंग और जागरूकता सत्र आयोजित किए। इस अवसर पर, इरेडा के निदेशक (वित्त) डॉ. बिजय कुमार मोहंती ने वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से सभी कर्मचारियों को "नि-क्षय शपथ" (टीबी मुक्त भारत के लिए प्रतिज्ञा) दिलाई। दो दिवसीय शिविर कल भी जारी रहेगा। निदेशक (वित्त) ने कंपनी के कॉर्पोरेट कार्यालय में एक फिटनेस सेंटर का भी उद्घाटन किया, जो इरेडा कर्मचारियों को अपनी सेहत को बेहतर बनाने का अवसर प्रदान करेगा।
इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री प्रदीप कुमार दास ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा, "उत्पादक कार्यबल और टिकाऊ भविष्य के लिए स्वास्थ्य और सेहत महत्वपूर्ण हैं। इरेडा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ मिलकर जागरूकता और सक्रिय स्क्रीनिंग प्रयासों के माध्यम से टीबी मुक्त भारत के राष्ट्रीय मिशन में योगदान देकर खुश है।"
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