हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) Mk1 के फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस (FOC) वेरिएंट के अनुबंध में संशोधन किया है। यह अनुबंध मूल रूप से 23 दिसंबर 2010 को हस्ताक्षरित किया गया था, लेकिन डिलीवरी शेड्यूल में बदलाव के कारण इसकी कुल लागत अब ₹5,989.39 करोड़ से बढ़कर ₹6,542.20 करोड़ हो गई है।
यह भी पढ़ें : कटरा से कश्मीर के लिए पहली वंदे भारत ट्रेन 19 अप्रैल को होगी लॉन्च, PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
बेंगलुरु स्थित HAL द्वारा निर्मित, LCA भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान है। भारतीय वायुसेना को 2025 में 16 LCA Mk1A विमान सौंपे जाने हैं। हालांकि, इस प्रोजेक्ट से जुड़ी चुनौतियों के कारण इसकी पहली डिलीवरी, जो मार्च 2024 के लिए निर्धारित थी, में देरी हो चुकी है। HAL का लक्ष्य 2029 तक कुल 83 ऐसे लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करना है।
यह भी पढ़ें : ATS Homekraft ने यमुना एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में 400 प्लॉट्स बेचे 1.200 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड सेल
यह परियोजना भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। LCA Mk1A को अत्याधुनिक एवियोनिक्स, रडार और हथियार प्रणालियों से लैस किया गया है, जो भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमताओं को और अधिक सशक्त बनाएगा।
यह भी पढ़ें : इंडिगो को RS.944 करोड़ का टैक्स नोटिस, कंपनी ने बताया ‘गलत और बेबुनियाद’ पीएसयू समाचार