भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण विकास में, कॉनकॉर ने पश्चिमी समर्पित माल गलियारा (WDFC) के साथ वरनामा में गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल (GCT) के लिए रेल संपर्क स्थापित किया है। 21 दिसंबर, 2024 को, पहली डबल-स्टैक कंटेनर ट्रेन खाटूवास और दादरी से JNPT-बाउंड एक्सपोर्ट कार्गो लेकर GCT- वरनामा पहुँची। यह टर्मिनल उत्तरी भारत के लिए आयात कंटेनरों को डबल-स्टैक ट्रेनों में बदलने की सुविधा भी प्रदान करेगा, जिससे WDFC के माध्यम से तेज़ और टिकाऊ आवाजाही सुनिश्चित होगी।
यह भी पढ़ें : एनएमडीसी स्वरोजगार योजना ने छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में स्वरोजगार क्रांति को जन्म दियाकुछ रणनीतिक लाभों में तेज़ और निर्बाध कार्गो पारगमन, डबल-स्टैकिंग अनुकूलित कंटेनर हैंडलिंग और विद्युतीकृत माल ढुलाई के साथ कम कार्बन उत्सर्जन शामिल हैं।
इसका उद्देश्य वडोदरा शहर को बढ़ावा देना है: तेज़ टर्नअराउंड समय: निर्यात और आयात कार्गो के लिए कम पारगमन अवधि, आपूर्ति श्रृंखला दक्षता में वृद्धि। सीधी कनेक्टिविटी: मुंद्रा और जेएनपीटी जैसे प्रमुख बंदरगाहों तक पहुँच।
यह भी पढ़ें : आरआईएनएल ने एपी राज्य ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2024 में स्वर्ण पुरस्कार जीताव्यापार और विकास: उन्नत लॉजिस्टिक्स अवसंरचना औद्योगिक विकास को बढ़ावा दे रही है। कॉनकॉर के सीएमडी श्री संजय स्वरूप ने इस उपलब्धि को गति शक्ति पहल के तहत एक मील का पत्थर बताया, जिससे वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में भारत की स्थिति मजबूत हुई है।
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