केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल देश की एक प्रमुख सुरक्षा एजेंसी है जो देश की रणनीतिक और महत्वपूर्ण संपत्तियों को सुरक्षा प्रदान करती है। कई परिचालन बाधाओं और आकस्मिकताओं के साथ, सेक्टरों और खतरों की विविध प्रकृति बल के लिए सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी बनाती है।
बल में शामिल होने वाले अराजपत्रित अधिकारियों की भर्ती देश के सभी क्षेत्रों से की जाती है जो बल को क्षेत्रीय विविधता के साथ-साथ अखिल भारतीय स्वरूप प्रदान करते हैं। तदनुसार, सीआईएसएफ अधिनियम-1968 की धारा-15 में यह अधिदेश दिया गया है कि बल के प्रत्येक सदस्य को भारत के भीतर या बाहर किसी भी स्थान पर तैनात किया जा सकता है।
अंतिम बार 2017 में जारी किए गए पोस्टिंग दिशा निर्देशों के बाद से, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने उल्लेखनीय वृद्धि की है और बल में बदलाव हुए हैं। हमारे बल का विस्तार 1.5 लाख से बढ़कर 1.9 लाख से अधिक हो गया है, और हमारी परिचालन इकाईयां 339 से बढ़कर 359 हो गई हैं। हमने जेल सुरक्षा और संसद भवन परिसर जैसे नए क्षेत्रों में भी सुरक्षा प्रदान करने की शुरुआत की है।
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प्रौद्योगिकी उपयोग, ड्रोन खतरे और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के बढ़ने के साथ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का ऑपरेटिंग वातावरण तेजी से वैश्विक और गतिशील हुआ है। बल को उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए लगातार नई तकनीक, कौशल और ज्ञान को आत्मसात करने की आवश्यकता है।
सामाजिक परिवर्तन, जैसे कि बल में महिलाओं के अधिक शामिल होने और कार्यरत दंपत्तियों के स्थानांतरण/पोस्टिंग दिशा निर्देशों में विचार करने की आवश्यकता है।
इस गतिशील सुरक्षा वातावरण एवं परिचालन और प्रशासनिक आवश्यकताओं पर इसके प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, 2017 के अराजपत्रित बल सदस्यों के पोस्टिंग / ट्रांसफर दिशा निर्देशों की समीक्षा की गई है और इसे बदल दिया गया है।
मानव संसाधन किसी भी सुरक्षा बल का सबसे महत्वपूर्ण संसाधन होता है। मानव संसाधन (एचआर ) की यह नीति 98% से अधिक बल सदस्यों को (1,94,053 की स्वीकृत शक्ति में से) उनके लगभग 38 वर्षों के पूरे सेवा काल में प्रभावित करेगी। यह नीति 2017 की नीति का स्थान लेगी और यह बल के सदस्यों को उभरती हुई सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए बल में नए ज्ञान, प्रौद्योगिकी और कौशल लाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। साथ ही, इस नीति का उद्देश्य बल के सदस्यों को उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उनकी सेवा की संपूर्ण अवधि के दौरान उन्हें एक बेहतर कार्य-जीवन संतुलन स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
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इस नीति में बहुत सी चीजों को पहली बार शामिल किया गया हैं: -
डोमेन विशेषज्ञ: पहली बार कम से कम 10 क्षेत्रों में डोमेन विशेषज्ञों का एक पूल बनाया जाएगा। ज्ञान और कौशल के उच्चतम स्तर से युक्त बल सदस्यों को कम से कम 10 क्षेत्रों जैसे सूचना प्रौद्योगिकी, विमानन सुरक्षा, प्रशिक्षण, युद्ध शिल्प, हथियार और रणनीति, एंटी-ड्रोन समाधान,श्वान (कैनाइन), अग्नि प्रबंधन आदि में डोमेन विशेषज्ञों के रूप में उनकी पहचान करना, उन्हें प्रोत्साहित करना व उनकी तैनाती करना है। डोमेन विशेषज्ञ, सर्वोत्तम संस्थानों में प्रशिक्षण लेंगे और बल को एक विश्व स्तरीय सुरक्षा संस्थान बनाने के लिए उन्हें बल में नई प्रौद्योगिकी, ज्ञान एवं कौशल का समावेश करने का कार्य सौंपा जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों की पहचान की जाएगी और विश्व स्तरीय सुरक्षा समाधान सुनिश्चित करने के लिए डोमेन विशेषज्ञ उन्हें बल में लागू करेंगे। विमानन क्षेत्र में आंतरिक गुणवत्ता नियंत्रण इकाई की स्थापना करके एक शुरुआत पहले ही की जा चुकी है जो यह सुनिश्चित करेगी कि नए विमानन प्रौद्योगिकी समाधान और आईसीएओ सुरक्षा मानकों को हवाईअड्डा क्षेत्र सुरक्षा कर्तव्यों में शामिल किया जाए।
विशिष्ट कौशल श्रेणी: – प्रशिक्षक, एसएसजी कार्मिक, के 9 विशेषज्ञ, बैंड्समैन और खेल कार्मिक और उनके वार्षिक प्रदर्शन की समीक्षा के चयन की कठोर प्रक्रिया के माध्यम से प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाना। ऐसे अत्यधिक प्रतिभाशाली कर्मियों को उनके काम की अत्यधिक कुशलता और मांग प्रकृति के कारण उनकी पसंद पोस्टिंग में वरीयता मिलेगी।
बल के सदस्यों के बीच बहु-विषयक क्षमता को अन्य सुरक्षा संगठनों, संयुक्त राष्ट्र मिशनों आदि में प्रतिनियुक्तियों के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा। प्रशिक्षण अनुदेशकों के चयन और उनकी वार्षिक प्रदर्शन समीक्षा की कठोर प्रक्रिया के माध्यम से विविध क्षेत्रों में प्रशिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ाया जाएगा।
पसंद आधारित पोस्टिंग:- सीआईएसएफ के इतिहास में पहली बार, हम पसंद-आधारित पोस्टिंग शुरू कर रहे हैं। बल सदस्यों के पक्ष को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक बल सदस्य को दस पसंदीदा पोस्टिंग स्थानों को सूचीबद्ध करने का अवसर मिलेगा जो उनके जीवन और परिवारों को गहराई से प्रभावित करते हैं।
सेवानिवृत्त होने वाले बल सदस्य : 2 वर्ष के भीतर सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों को उनके द्वारा दिये गए 3 विकल्पों में से एक स्थान पर पोस्टिंग दी जाएगी। उन्हें पोस्टिंग ऑर्डर जारी करने के दौरान रिक्तियों के आबंटन में पहली प्राथमिकता दी जाएगी। इससे उन्हें बच्चों की शादी और सेवानिवृत्ति के बाद के मुद्दों को निपटाने की योजना बनाने में मदद मिलेगी।
महिलाओं और कार्यरत युगल मामलों के लिए विशेष वरीयता: - आजकल, कैरियर के रूप में सीआईएसएफ में शामिल होने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसी महिला कर्मियों के लिए कार्य-जीवन संतुलन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, विशेष रूप से जो अकेले अपने परिवार का प्रबंधन करती हैं। नॉन-चॉइस पोस्टिंग के 6 साल बाद उनकी बची हुई सर्विस च्वाइस पोस्टिंग होगी। विवाहित कामकाजी जोड़े अब अधिक विचारशील पोस्टिंग निर्णयों के माध्यम से एक ही स्थान पर अधिक आसानी से काम कर सकते हैं। इसका उद्देश्य एक अधिक लचीला और संतुष्ट बल बनाना है।
पोस्टिंग ऑर्डर जारी करने के लिए निश्चित समय सीमा और कार्यक्रम:- सेवानिवृत्त होने वाले बल सदस्यों के लिए पोस्टिंग ऑर्डर 31 दिसंबर तक, , महिला के लिए 15 जनवरी तक, युगलों के लिए 31 जनवरी तक, बाकी के लिए 15 फरवरी तक जारी किए जाएंगे। इससे उन्हें अपने बच्चों की शिक्षा और अपनी अन्य आवश्यकताओं के लिए पहले से ही योजना बनाने में मदद मिलेगी।
अन्य पहलू :-
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