जब से OpenAI ने 2022 में ChatGPT लॉन्च किया, तब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने काम करने और सोचने के तरीके को बदल दिया है। AI चैटबॉट जैसे कि Gemini, Copilot, और DeepSeek अब मुख्य रूप से टूल्स के रूप में उपयोग किए जा रहे हैं, लेकिन कई विशेषज्ञों को चिंता है कि AI विभिन्न सेक्टरों में कई नौकरियों को प्रभावित कर सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने हाल ही में यह भविष्यवाणी की कि आने वाले वर्षों में AI अधिकतर कार्यों में मनुष्यों की जगह ले सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ क्षेत्रों में AI पूरी तरह से इंसानों की जगह नहीं ले पाएगा।
यह भी पढ़ें : कटरा से कश्मीर के लिए पहली वंदे भारत ट्रेन 19 अप्रैल को होगी लॉन्च, PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
गेट्स का मानना है कि तीन ऐसे पेशे हैं जहां इंसानी दिमाग की जरूरत बनी रहेगी। पहला, जैव विज्ञान (Biology) का क्षेत्र, जहां AI केवल एक सहायक उपकरण के रूप में काम करेगा, लेकिन रचनात्मक वैज्ञानिक खोज करने में सक्षम नहीं होगा। दूसरा, ऊर्जा विशेषज्ञता (Energy Experts) का क्षेत्र, जो अभी भी बहुत जटिल है और पूरी तरह से स्वचालित नहीं किया जा सकता। तीसरा, उन्होंने कहा कि AI कोडिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, लेकिन फिर भी इंसानों का योगदान आवश्यक रहेगा।
यह भी पढ़ें : ATS Homekraft ने यमुना एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में 400 प्लॉट्स बेचे 1.200 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड सेल
AI की बढ़ती क्षमता को देखते हुए कई टेक लीडर्स, जैसे कि NVIDIA के जेन्सेन हुआंग, OpenAI के सैम ऑल्टमैन, और Salesforce के सीईओ मार्क बेनिओफ का मानना है कि कोडर्स की नौकरियां सबसे पहले खतरे में आ सकती हैं। हालांकि, गेट्स का मानना है कि इंसान इस बदलाव का हिस्सा बने रहेंगे और AI के साथ मिलकर काम करेंगे।
जैसे-जैसे जनरेटिव AI उन्नत हो रहा है, यह कई उद्योगों को प्रभावित करेगा, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अब भी इंसानों की भूमिका अपरिहार्य बनी रहेगी।
यह भी पढ़ें : इंडिगो को RS.944 करोड़ का टैक्स नोटिस, कंपनी ने बताया ‘गलत और बेबुनियाद’ महत्वपूर्ण ख़बरें