केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का शुभारंभ किया

Tue , 14 Jan 2025, 10:12 am UTC
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का शुभारंभ किया

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का उद्घाटन किया। श्री गोयल ने श्री पल्ले गंगा रेड्डी को इसका पहला अध्यक्ष घोषित किया। बोर्ड का मुख्यालय निजामाबाद में स्थापित किया गया है।

मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का शुभारंभ पूरे देश में उत्सव के शुभ दिन पर हो रहा है। उन्होंने बताया कि विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधि भी राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का हिस्सा होंगे। निर्यातकों और उत्पादकों के निकायों के प्रतिनिधियों को भी बोर्ड में जोड़ा जाएगा।

उन्होंने कहा कि हल्दी को 'गोल्डन स्पाइस' के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने बताया कि नवगठित बोर्ड महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मेघालय और अन्य सहित 20 राज्यों में फैले हल्दी किसानों के कल्याण पर विशेष ध्यान देगा।

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हल्दी उत्पादन बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं और हल्दी बोर्ड के गठन से देश में हल्दी उत्पादकों की आय में वृद्धि होगी। मंत्री ने कहा कि नया बोर्ड हल्दी के नए उत्पादों के अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा और विदेशों में विपणन के लिए हल्दी से संबंधित उत्पादों के मूल्य संवर्धन पर ध्यान देगा।

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उन्होंने कहा कि बोर्ड हल्दी के आवश्यक और औषधीय गुणों के बारे में जागरूकता पैदा करने, इसकी उपज बढ़ाने के तरीकों और नए बाजारों में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रसद और आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ावा देने पर भी ध्यान देगा। श्री गोयल ने यह भी बताया कि बोर्ड हल्दी के उत्पादन और निर्यात के गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को भी सुनिश्चित करेगा।

श्री गोयल ने कहा कि पिछले साल 2023-24 में भारत में 3.05 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हल्दी की खेती की गई थी, जिसमें 10.74 लाख टन उत्पादन हुआ था। उन्होंने बताया कि वैश्विक हल्दी उत्पादन में भारत 70% से अधिक का योगदान देता है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में हल्दी की 30 किस्में उत्पादित की जाती हैं।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री बंदी संजय कुमार और निजामाबाद के सांसद श्री अरविंद धर्मपुरी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। बोर्ड के अध्यक्ष के अलावा आयुष मंत्रालय, फार्मास्यूटिकल्स विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग तथा वाणिज्य विभाग के प्रतिनिधियों को भी नामित किया गया है।

महाराष्ट्र और तेलंगाना के शीर्ष दो हल्दी उत्पादक राज्यों तथा मेघालय राज्य, जो अपनी लाकाडोंग हल्दी के लिए प्रसिद्ध है, के प्रतिनिधि भी बोर्ड का हिस्सा होंगे। बोर्ड में राज्यों का प्रतिनिधित्व बारी-बारी से किया जाएगा। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड देश में हल्दी क्षेत्र के समग्र विकास और वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करेगा।

राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड हल्दी क्षेत्र से संबंधित मामलों में नेतृत्व प्रदान करेगा, प्रयासों को बढ़ाएगा तथा अन्य सरकारी विभागों/एजेंसियों के साथ समन्वय की सुविधा प्रदान करेगा तथा देश में हल्दी क्षेत्र की वृद्धि और विकास को सुविधाजनक बनाएगा।

यह हल्दी और इसके उत्पादों के व्यापार को बढ़ाने के लिए मौजूद विशाल संभावनाओं का दोहन करने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा, विशेष रूप से हल्दी के स्वास्थ्य और कल्याण लाभों के मद्देनजर। भारत दुनिया में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है। विश्व व्यापार में भारत की हिस्सेदारी 62% से अधिक है।

2023-24 के दौरान 226.5 मिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य की 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया गया।

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