बैठक के दौरान, श्री जी. किशन रेड्डी ने WCL के कोयला उत्पादन, उत्पादकता और डिस्पैच दक्षता की समीक्षा की और परियोजना प्रभावित लोगों (PAPs) से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आगे बताया कि सरकार द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र में 100% विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) की व्यवस्था की गई है, जो नए पहलों और नए उद्यमियों के लिए एक बड़ी बढ़ावा साबित हुई है।