भारत में वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी के तहत सात कोल माइंस के लिए वेस्टिंग ऑर्डर जारी

Wed , 05 Feb 2025, 9:13 am UTC
भारत में वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी के तहत सात कोल माइंस के लिए वेस्टिंग ऑर्डर जारी

कोयला मंत्रालय ने वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी के तहत 7 कोयला खदानों के लिए वेस्टिंग ऑर्डर जारी किए हैं। इन खदानों के लिए कोयला खदान विकास और उत्पादन समझौते (सीएमडीपीए) पर 05 दिसंबर, 2024 को हस्ताक्षर किए गए थे। जिन खदानों के लिए वेस्टिंग ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए गए हैं, वे हैं गवा (पूर्व), गारे पाल्मा IV/5, मारवाटोला दक्षिण, न्यू पत्रापारा दक्षिण, सराय पूर्व (दक्षिण), बार्टाप (संशोधित) और केरेन्डारी बीसी उत्तर कोयला खदानें। 5 खदानें आंशिक रूप से खोजी गई कोयला खदानें हैं, और 2 खदानें पूरी तरह से खोजी गई कोयला खदानें हैं। 

 

इन कोयला खदानों की कुल क्षमता 13.10 एमटीपीए है और इनमें 3,308 एमटी भूगर्भीय भंडार हैं। इन खदानों से पीआरसी के आधार पर 1,327 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है और 1,965 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश आकर्षित होगा।

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इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 17,500 लोगों को रोजगार मिलेगा। इन कोयला खदानों के निहित होने के साथ ही वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी के तहत 107 कोयला खदानों के लिए निहितीकरण/आवंटन आदेश जारी किए गए हैं, जिनकी संचयी पीआरसी लगभग 246.60 एमटीपीए है। इसके परिणामस्वरूप लगभग 34,000 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 3,33,000 लोगों के लिए रोजगार पैदा होगा। 

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