GAIL और AM ग्रीन ने संयुक्त रूप से 2.5 GW तक अक्षय ऊर्जा विकसित करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए
Psu Express Desk
Sat , 05 Oct 2024, 1:05 pm
नई दिल्ली: GAIL (इंडिया) लिमिटेड और AM ग्रीन B.V. (AMG) ने भारत में स्थायी ऊर्जा समाधान को आगे बढ़ाने के लिए परियोजनाओं का अन्वेषण करने के उद्देश्य से एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए।
यह साझेदारी ई-मेथनॉल उत्पादन के लिए कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की दीर्घकालिक आपूर्ति और भारत भर में हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की खोज पर केंद्रित है।
यह MoU GAIL के निदेशक (व्यवसाय विकास) श्री राजीव सिंघल की उपस्थिति में GAIL के कार्यकारी निदेशक (व्यवसाय विकास और अन्वेषण एवं उत्पादन) श्री सुमित किशोर और AM ग्रीन के समूह अध्यक्ष श्री महेश कोल्ली द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।
समझौते के अनुसार, दोनों पक्ष GAIL के गैस प्रसंस्करण संयंत्रों द्वारा उत्पन्न लगभग 350 KTA CO2 की दीर्घकालिक आपूर्ति के लिए अध्ययन करने का अनुमान लगाते हैं ताकि ई-मेथनॉल का उत्पादन किया जा सके। यह पर्यावरण-अनुकूल ईंधन कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकता है और सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा दे सकता है।
यह भी पढ़ें :
पीईएसबी ने एसपीएमसीआईएल के लिए निदेशक (वित्त) की सिफारिश की
GAIL के पास प्रस्तावित ई-मेथनॉल परियोजना में निवेश करने का इक्विटी विकल्प भी होगा, जिससे दोनों कंपनियों के सतत ऊर्जा समाधान को बढ़ावा देने के उद्देश्यों का समर्थन करने वाली एक रणनीतिक साझेदारी सुनिश्चित होगी।
इसके अलावा, दोनों पक्ष भारत भर में 2.5 GW तक सौर और पवन हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए संयुक्त रूप से खोज करने की योजना बना रहे हैं। ये हाइब्रिड सौर और पवन परियोजनाएँ, ग्रीनको की आगामी पंप स्टोरेज परियोजनाओं के साथ मिलकर, प्रस्तावित ई-मेथनॉल परियोजना सहित अंतिम उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए GAIL के निदेशक (व्यवसाय विकास) श्री राजीव सिंघल ने कहा, "AM ग्रीन के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना हमारे सतत ऊर्जा समाधान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। CO2 की आपूर्ति को सक्षम करके हम ई-मेथनॉल उत्पादन के लिए कार्बन उत्सर्जन को कम करने और वैकल्पिक ईंधन विकास का समर्थन करने के लिए सक्रिय दृष्टिकोण अपना रहे हैं। नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का विकास देश के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और भारत को हरित ऊर्जा परिप्रेक्ष्य की ओर ले जाने में मदद करेगा।"
यह भी पढ़ें :
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1337 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास
GAIL और AMG के बीच यह साझेदारी भारत में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के साथ-साथ आर्थिक विकास और पर्यावरणीय स्थिरता को भी प्रोत्साहित करेगी।” AM ग्रीन के समूह अध्यक्ष श्री महेश कोल्ली ने कहा, "हम दुनिया के सबसे बड़े कार्बन-मुक्त, नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति अनुबंधों में से एक पर GAIL के साथ साझेदारी करके बेहद खुश हैं।
यह साझेदारी AM ग्रीन की एक वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण समाधान मंच के रूप में उभरती नेतृत्वकारी स्थिति को प्रदर्शित करती है, साथ ही भारत की इस महत्वाकांक्षा में योगदान करती है कि वह विश्वसनीय, स्थायी और सबसे कम लागत वाले ग्रीन मॉलिक्यूल और उनके डेरिवेटिव का निर्यातक बने, जिससे वैश्विक स्तर पर औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन में तेजी आए। ग्रीन मेथनॉल का उत्पादन शिपिंग, स्टील, सीमेंट जैसे कठिन-से-कम करने वाले क्षेत्रों के डीकार्बोनाइजेशन में भी मदद करेगा।"
यह भी पढ़ें :
तेल, गैस CPSEs FY25 में लगातार पांचवे साल IEBR कैपेक्स को पार करने के लिए तैयार
समझौता