नई दिल्ली : भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने देश भर में हजारों आधार ऑपरेटरों की दक्षता बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी क्षमता निर्माण अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान आधार पारिस्थितिकी तंत्र के नीतियों और प्रक्रियाओं में नवीनतम परिवर्तनों के बारे में ऑपरेटरों को जागरूक करके और नामांकन, अद्यतन और प्रमाणीकरण प्रक्रियाओं के दौरान ऑपरेटर स्तर पर त्रुटियों को कम करके यह अभ्यास पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करेगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह निवासियों के अनुभव को भी और बेहतर बनाएगा।
यह भी पढ़ें : पीईएसबी ने एसपीएमसीआईएल के लिए निदेशक (वित्त) की सिफारिश कीनई पहल के हिस्से के रूप में, यूआईडीएआई ने पिछले कुछ महीनों में पूर्वोत्तर राज्यों सहित कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग दो दर्जन प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया हैं। जैसा कि ऑपरेटर जमीनी स्तर पर काम करते हैं, और नामांकन, अद्यतन और प्रमाणीकरण के लिए जिम्मेदार हैं, यह जरूरी है कि उन्हें प्रक्रियाओं, दिशानिर्देशों और नीतियों की अच्छी समझ हो।
यह भी पढ़ें : अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1337 रेलवे स्टेशनों का होगा विकासयूआईडीएआई की पहले से आयोजित प्रशिक्षण सत्रों ने लगभग 3,500 ऑपरेटरों और मास्टर प्रशिक्षकों को नवीनतम ज्ञान, और नामांकन, अद्यतन और प्रमाणीकरण प्रक्रियाओं के तंत्र से लैस किया है। वे ज्ञान प्रसार की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं और अर्जित जानकारी को आगे भी फैला सकते हैं। इसके अलावा, यूआईडीएआई द्वारा वर्त्तमान वर्ष के दौरान सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 से अधिक ऐसे पूर्ण-दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया जाएगा। साथ ही यह प्रशिक्षण इन सभी भागीदारों द्वारा आधार पारिस्थितिकी तंत्र और व्यवहार परिवर्तन का एक मजबूत ज्ञान देश भर में नामांकन और अद्यतन केंद्रों में निवासियों को अधिक सहानुभूतिपूर्ण और बेहतर अनुभव देने में मदद करेगा।
यह भी पढ़ें : तेल, गैस CPSEs FY25 में लगातार पांचवे साल IEBR कैपेक्स को पार करने के लिए तैयार महत्वपूर्ण ख़बरें